kalimah.top
a b c d e f g h i j k l m n o p q r s t u v w x y z 0 1 2 3 4 5 6 7 8 9 #

papon – moh moh ke dhaage (from “dum laga ke haisha”) كلمات اغاني

Loading...

[intro]
मोह_मोह…
मोह_मोह के धागे

[chorus]
ये मोह_मोह के धागे तेरी उँगलियों से जा उलझे
ये मोह_मोह के धागे तेरी उँगलियों से जा उलझे
कोई टोह_टोह ना लागे, किस तरह गिरह ये सुलझे?
है रोम_रोम इक तारा…
है रोम_रोम इक तारा जो बादलों में से गुज़रे

ये मोह_मोह के धागे तेरी उँगलियों से जा उलझे
कोई टोह_टोह ना लागे, किस तरह गिरह ये सुलझे?

[verse 1]
तू होगा ज़रा पागल तूने मुझको है चुना
तू होगा ज़रा पागल तूने मुझको है चुना
कैसे तूने अनकहा, तूने अनकहा सब सुना
तू होगा ज़रा पागल तूने मुझको है चुना

[chorus]
तू दिन सा है, मैं रात
आ ना दोनों मिल जाएँ शामों की तरह
ये मोह_मोह के धागे तेरी उँगलियों से जा उलझे
कोई टोह_टोह ना लागे, किस तरह गिरह ये सुलझे?
[verse 2]
के ऐसा बेपरवाह मन पहले तो ना था
के ऐसा बेपरवाह मन पहले तो ना था
चिट्ठियों को जैसे मिल गया, जैसे इक नया सा पता
के ऐसा बेपरवाह मन पहले तो ना था

[chorus]
ख़ाली राहें, हम आँख़ मूँदें जाएँ
पहुचें कहीं तो बेवजह
ये मोह_मोह के धागे तेरी उँगलियों से जा उलझे
कोई टोह_टोह ना लागे, किस तरह गिरह ये सुलझे?

كلمات أغنية عشوائية

اهم الاغاني لهذا الاسبوع

Loading...