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sonu nigam - bus stop كلمات أغنية

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[chorus]
मैं तो बस स्टॉप पे बस के लिए था खड़ा
सारी दुनिया को चलते_फिरते यूँ देखता
एक टैक्सी इधर से रही थी गुज़र
जिसमें थी एक हसीना बड़ी ही सुन्दर
मेरी आरज़ू थी मैं उसके संग बैठता
लेकिन बस स्टॉप पे धूप में हूँ मैं जल रहा
हाय हाय हाय हाय…

[verse 1]
आज हूँ बेकार यारों, थोड़ा लाचार यारों
पॉकेट हैं आज खाली तो क्या हुआ
अरमान हैं मेरे ऊँचे, सपने सब होंगे सच्चे
दिन मेरे होंगे अच्छे, मुझको पता
घूमूँगा मैं भी कार में, जाऊँगा यूँ बाज़ार में
जैसे हो कोई बादशाह, पर बस स्टॉप पे हूँ मैं खड़ा
मैं तो बस स्टॉप… धूप में हूँ मैं जल रहा
हाय हाय हाय हाय…

[verse 2]
यही है मेरा कर्मा, मिट्टी और धूल खाना
चाहा था ज़िंदगी में कुछ बन जाऊँ
हो कोई महबूबा या कोई दिलरुबा
उसके संग कोई तो नगमा गाऊँ
मैं तो हूँ बस स्टॉप से लिपटा, जैसे फूल से भँवरा
मगर देखता हूँ मैं जब, तो हँसता हूँ खुद पे बड़ा हाय
मैं तो बस स्टॉप… धूप में हूँ मैं जल रहा
[verse 3]
जाने कहाँ गई वो, टैक्सी में बैठी थी जो
छोड़ गई है मुझको हँसते_हँसते
कितनी वो प्यारी थी, लगती कुँवारी थी
दे गई सपने वो चलते_चलते
यूँ बस स्टॉप पे ऐसे खड़ा, मैं बस स्टॉप ही बन जाऊँगा
होगी जब मेरी गाड़ी तो, फिर न बस स्टॉप पे मैं आऊँगा
मैं तो बस स्टॉप… धूप में हूँ मैं जल रहा
हाय हाय हाय हाय…

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