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lata mangeshkar & manna dey - yeh raat bheegi bheegi lyrics

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[intro]
ये रात भीगी_भीगी, ये मस्त फ़िज़ाएँ
उठा धीरे_धीरे वो चाँद प्यारा_प्यारा

[chorus]
ये रात भीगी_भीगी, ये मस्त फ़िज़ाएँ
उठा धीरे_धीरे वो चाँद प्यारा_प्यारा
क्यूँ आग सी लगा के गुमसुम है चाँदनी?
सोने भी नहीं देता मौसम का ये इशारा

[verse 1]
इठलाती हवा, नीलम का गगन
कलियों पे ये बेहोशी की नमी
ऐसे में भी क्यूँ बेचैन हैं दिल?
जीवन में ना जाने क्या है कमी

[chorus]
क्यूँ आग सी लगा के गुमसुम है चाँदनी?
सोने भी नहीं देता मौसम का ये इशारा
ये रात भीगी_भीगी, ये मस्त फ़िज़ाएँ
उठा धीरे_धीरे वो चाँद प्यारा_प्यारा

[instrumental_break]

[verse 2]
जो दिन के उजाले में ना मिला
दिल ढूँढे ऐसे सपने को
इस रात की जगमग में डूबी
मैं ढूँढ रही हूँ अपने को
[chorus]
ये रात भीगी_भीगी, ये मस्त फ़िज़ाएँ
उठा धीरे_धीरे वो चाँद प्यारा_प्यारा
क्यूँ आग सी लगा के गुमसुम है चाँदनी?
सोने भी नहीं देता मौसम का ये इशारा

[instrumental_break]

[verse 3]
ऐसे में कहीं क्या कोई नहीं
भूले से जो हम को याद करे?
एक हल्की सी मुस्कान से जो
सपनों का जहाँ आबाद करे

[chorus]
ये रात भीगी_भीगी, ये मस्त फ़िज़ाएँ
उठा धीरे_धीरे वो चाँद प्यारा_प्यारा
क्यूँ आग सी लगा के गुमसुम है चाँदनी?
सोने भी नहीं देता मौसम का ये इशारा

[outro]
ये रात भीगी_भीगी, ये मस्त फ़िज़ाएँ
उठा धीरे_धीरे वो चाँद प्यारा_प्यारा

كلمات أغنية عشوائية

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