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farhan khan & mr. doss - maahi كلمات أغنية

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[farhan khan & mr. doss “maahi” के बोल]

[chorus]
माही, माही, माही वे
माही, माही, माही वे
मिल के दे जरा सुकून
बस इतनी ख्वाहिशें
माही, माही, माही वे
माही, माही, माही वे
मिल के दे जरा सुकून
बस इतनी ख्वाहिशें

[verse 1]
मुझसे खफा तू, मुझसे खफा है खुदा भी
दिल से निकाल तू ने, बना में मुसाफिर
तू बाहों अँधेरों में ना मिला मुझे साहिल
दे बता मुझसे चाहती है क्या आख़िर तू?
बावरा सा दिल तुझको ढूंढे हर जगह हो फिर
ख्वाब में भी ना हो क्या तुम?
नींद से जगा दोगे

[pre_chorus]
महफ़िलों में तुम जो नहीं
महफ़िलें अधूरी हैं
दूर से ही देखूंगा
तुम पर्दा क्या हटा दोगे?
परदे को हटा दोगे क्या?
परदे को हटा दोगे?
[chorus]
माही, माही, माही वे
माही, माही, माही वे
मिल के दे जरा सुकून
बस इतनी ख्वाहिशें
माही, माही, माही वे
माही, माही, माही वे
मिल के दे जरा सुकून
बस इतनी ख्वाहिशें

[verse 2]
हारे हैं तेरी हमकोमत से
तू खुश कैसे बता हो के दूर हमसे
हाथ में तेरे देखा खंजर नहीं
मशरूफ जो थे तेरी सूरत पे
अब पत्थर से हम हैं
यहां एक मूरत से
पल भर में बिखर जाएँ
हमें तू चू कर देख

[pre_chorus]
महफ़िलों में तुम जो नहीं
महफ़िलें अधूरी हैं
दूर से ही देखूंगा
तुम पर्दा क्या हटा दोगे?
परदे को हटा दोगे क्या?
परदे को हटा दोगे?
[chorus]
माही, माही, माही वे
माही, माही, माही वे
मिल के दे जरा सुकून
बस इतनी ख्वाहिशें
माही, माही, माही वे
माही, माही, माही वे
मिल के दे जरा सुकून
बस इतनी ख्वाहिशें

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